7 अंतिम दौर - 2
अंतिम दौर दो
पाठ संबंधी प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. प्रथम विश्व युद्ध के समय भारत में राजनीतिक
गतिविधियाँ थम-सी क्यों गई थीं?
उत्तर- प्रथम विश्व युद्ध के समय
भारतीय राजनीति थम-सी गई थी, क्योंकि कांग्रेस के विचारों के
टकराव के कारण कांग्रेस दो दलों में विभाजित हो गई थी-नरम दल और गरम दल। दूसरी ओर, ब्रिटिश
सरकार ने कई कानून भी लोगों पर थोंप दिए थे जो राजनीतिक गतिविधियों के मार्ग में
बाधक थे।
प्रश्न 2. प्रथम विश्व युद्ध के समाप्ति पर क्या हुआ ?
उत्तर- प्रथम विश्व युद्ध के समय
ब्रिटिश सरकार ने विजयी होने पर भारतीयों को राहत देने का आश्वासन दिया था किंतु
युद्ध की समाप्ति पर सरकार ने अपने वादे पूरे न किए। इससे लोगों का सरकार से भरोसा
उठ गया। सरकार ने देश में दमनकारी नीतियाँ लागू कर दी। पंजाब में तो मार्शल लॉ थोप
दिया गया था। इससे लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर गया।
प्रश्न 3. मार्शल लॉ किसे कहते हैं?
उत्तर- मार्शल लॉ ब्रिटिश सरकार द्वारा
बनाया गया एक ऐसा कानून था जिसमें किसी भी व्यक्ति को किसी भी समय बिना पुलिस व
न्यायालय की इजाज़त के गोली का निशाना बनाया जा सकता था।
प्रश्न 4. प्रथम विश्व युद्ध की समाप्ति के पश्चात् भारतीय लोगों
की क्या दशा थी?
उत्तर- इस समय सभी लोग-किसान, मज़दूर
व मध्य वर्ग कठिनाइयों भरा जीवन व्यतीत कर रहे थे। ब्रिटिश सरकार की शोषण की नीति
जोरों पर थी। लोगों को बिना कारण कुचला जा रहा था। साधारण जनता गरीबी एवं भुखमरी
का शिकार बनी हुई थी।
प्रश्न 5. भारतीय जनता किनसे भयभीत होकर जीवन बिता रही थी?
उत्तर-ब्रिटिश सरकार ने अपनी दमनकारी नीतियों के द्वारा
खौफनाक वातावरण बनाया हुआ था। इसी कारण भारतीय जनता व्यापक दमनकारी, दमघोंटू
वातावरण, सेना
और पुलिस के अन्याय एवं अत्याचारों का शिकार, ज़मींदारों और
साहूकारों के शोषण से युक्त जीवन जी रही थी।
प्रश्न 6. गांधी जी ने लोगों को क्या संदेश दिया?
उत्तर- गांधी जी ने अपने संदेश में
लोगों को उस व्यवस्था को समाप्त कर देने के लिए कहा जो उन्हें शोषण के द्वारा
गरीबी की ओर धकेल रही थी तथा उनकी दुर्गति की जड़ थी। उन्होंने लोगों को निर्भय
होकर सत्यनिष्ठ भाव से अपना कर्म करने की प्रेरणा दी। उनके इस संदेश का सार
था-‘निर्भयता और सत्य और इनसे जुड़ा हुआ कर्म।’ गांधी जी ने जातिगत भेदभाव से ऊपर
उठकर देश की स्वतंत्रता के लिए शांतिपूर्वक आंदोलन करने का भी संदेश दिया।
प्रश्न 7. गांधी जी ने ब्रिटिश शासन के विरुद्ध संघर्ष करने के
लिए क्या कहा?
उत्तर- गांधी जी ने अहिंसा के रास्ते
पर चलते हुए ब्रिटिश शासन का विरोध करने के लिए कहा। उन्होंने लोगों को ब्रिटिश
शासन द्वारा दिए गए खिताबों को लौटा देने तथा सामंती शान-शौकत छोड़कर आम आदमियों
की तरह रहने के लिए भी कहा। कुछ लोगों ने अपने खिताब छोड़ भी दिए तथा कुछ लोग सादगी
से रहने भी लगे थे। कांग्रेस के पुराने नेताओं ने भी समय के अनुसार अपने आपको बदल
लिया था। जो लोग खिताबों को नहीं त्याग सके, उनके प्रति जनता के
मन में सम्मान नहीं रहा।
प्रश्न 8. गांधी जी के नेतृत्व की प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश
डालिए।
उत्तर- जब गांधी जी ने पहली बार कांग्रेस-संगठन
में प्रवेश किया तब तत्काल इसके संविधान में बदलाव ला दिया। उनका ढंग शांतिपूर्ण
था। उनमें डटकर सामना करने की भरपूर शक्ति थी। उनकी कांग्रेस का मुख्य आधार
था-राष्ट्रीय एकता। इसमें अल्पसंख्यकों की समस्याओं को हल करना और दलित जातियों को
ऊपर उठाने के साथ छुआछूत के अभिशाप को खत्म करना था। गांधी जी ने अंग्रेज़ी शासन
की बुनियादों पर चोट की। गांधी जी निवृत्तिमार्ग के विरोधी थे। आर्थिक, सामाजिक
और दूसरे मामलों में गांधी जी के विचार बहुत सख्त थे। इसके साथ ही गांधी जी सब
वर्ग के लोगों को अपने साथ लेकर चलते थे। इससे देश की एकता और स्वतंत्रता आंदोलन
को शक्ति मिलती थी।
प्रश्न 9. गांधी जी द्वारा कहे गए इन शब्दों का क्या तात्पर्य
है-“हर आँख का आँसू पोंछना होगा।”
उत्तर- गांधी जी के मन में गरीबों एवं
दलितों के प्रति अथाह सहानुभूति थी। वे हर भारतीय की कठिनाइयों को समझते थे। वे
दबे हुए लोगों को उठाना चाहते थे। वे मानते थे कि एक अधभूखे राष्ट्र का न कोई धर्म
होता है, न
कला, न
संगठन। करोड़ों
भूखे
मरते लोगों के लिए कुछ भी उपयोगी हो सकता है। वही उनके लिए हितकर है। उनकी हार्दिक
इच्छा थी कि हर दुखी व्यक्ति . के दुखों को दूर करके उसे सुख प्रदान करना ताकि वह
भी अपने-आपको भारत का नागरिक समझ सके।
प्रश्न 10. गांधी जी की कार्य-प्रणाली को दोहरा आह्वान क्यों माना
गया?
उत्तर- गांधी जी दूरदृष्टा थे। उनकी
कार्य-प्रणाली या उनकी सक्रियता को दोहरा आह्वान इसलिए माना गया क्योंकि एक ओर तो
वे विदेशी शासन की सत्ता को चुनौती देना चाहते थे और दूसरी ओर वे सामाजिक बुराइयों
के विरुद्ध लड़कर देश की समस्याओं को हल करना व दलित जातियों को ऊपर उठाना चाहते
थे। वे छुआछूत के अभिशाप को समाप्त करके सबको समान समझने की भावना को बढ़ावा देना
चाहते थे।
प्रश्न 11. गांधी जी के धर्म के प्रति कैसे विचार थे?
उत्तर- गांधी जी धर्म को मानने वाले
व्यक्ति थे। वे हिंदू थे, परंतु उनकी व्यर्थ के कर्मकांडों
में आस्था नहीं थी। वे धर्म के उन नैतिक नियमों को मानते थे, जिनका
संबंध सत्य, प्रेम
और अहिंसा से था। वे हिंदू धर्म की मूल भावना को समझते थे। धर्म से उनकी राजनीति
में कोई रुकावट नहीं आती थी। वे बदलती हुई परिस्थितियों के अनुसार स्वयं को ढाल
लेते थे।
प्रश्न 12. गांधी जी के सपनों का भारत कैसा था?
उत्तर- गांधी जी ने जिस भारत की कल्पना
की थी, उसका
स्वरूप उन्होंने इन शब्दों में व्यक्त किया है-“मैं एक ऐसे भारत के लिए काम करूँगा
जिसमें गरीब-से-गरीब व्यक्ति भी यह महसूस करेगा कि यह उसका देश है जिसके निर्माण
में उसकी आवाज़ प्रभावी है। एक ऐसा भारत जिसमें लोगों के ऊँच-नीच वर्ग नहीं होंगे।
ऐसा भारत जिसमें सब जातियाँ पूरे समभाव से रहेंगी….. ऐसे भारत में छुआछूत या नशीली
मदिरा और दवाइयों के अभिशाप के लिए कोई जगह नहीं होगी……. स्त्रियों को पुरुषों के
समान अधिकार होंगे …….. यही मेरे सपनों का भारत है।”
प्रश्न 13. ब्रिटिश सरकार की फूट डालो की नीति पर प्रकाश डालिए।
उत्तर- ब्रिटिश शासक हर हाल में हिंदू
और मुसलमानों के बीच दीवार खड़ी करना चाहते थे। उन्होंने इसी उद्देश्य से मुस्लिम
लीग और हिंदू महासभा के मतभेदों को प्रोत्साहित किया और सांप्रदायिक संगठनों को
कांग्रेस के विरुद्ध महत्त्व देना चाहा। अगस्त 1940 ई. में कांग्रेस ने
मजबूर होकर घोषणा की थी कि भारत में ब्रिटिश सरकार की नीति “जनजीवन में संघर्ष और
फूट को प्रत्यक्ष रूप से उकसाती और भड़काती है।” अपने उद्देश्य की प्राप्ति हेतु
ही अंग्रेज़ों ने हिंदुओं और मुसलमानों के बीच फूट के बीज बोए थे।
प्रश्न 14. कांग्रेस सांप्रदायिक समस्याओं को कैसे सुलझाना चाहती
थी?
उत्तर- कांग्रेस देश की एकता को मजबूत
बनाना चाहती थी। इसलिए उसने सांप्रदायिकता की समस्या को गंभीरता से लिया। वह
सांप्रदायिक समस्या का ऐसा हल निकालना चाहती थी जिससे देश की स्वतंत्रता के लिए
किए जा रहे कार्यों में किसी प्रकार की रुकावट न आए। कांग्रेस में अधिक सदस्य
हिंदू थे। इसमें बड़ी संख्या में मुसलमान तथा सिख, ईसाई, आदि
धर्मों के लोग भी थे। इसलिए कांग्रेस राष्ट्रीय एकता और लोकतंत्र की स्थापना के
साथ प्रादेशिक स्वायत्तता को भी स्वीकार कर सभी समुदायों की स्वतंत्रता और
सांस्कृतिक विकास की सुरक्षा के तरीकों पर सहमत हो गई थी। इस पर भी इस समस्या का
कोई ठोस हल नहीं निकल सका था।
प्रश्न 15. स्वतंत्रता प्राप्ति के विषय में मोहम्मद अली जिन्ना
क्या सोचते थे? ।
उत्तर- मोहम्मद अली जिन्ना ने
स्वतंत्रता की माँग को नया मोड़ दे दिया। उन्होंने अपना विचार दिया कि भारत में दो
राष्ट्र हैं-हिंदू और मुसलमान। इसी विचारधारा से पाकिस्तान व भारत के बँटवारे की
अवधारणा का विकास हुआ। जिसका नतीजा यह निकला कि स्वतंत्रता मिलते ही भारत दो
टुकड़ों में विभाजित हो गया।
अंतिम दौर दो
के बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर
1. प्रथम विश्व युद्ध के समय कांग्रेस कितने दलों में
विभाजित हो गई थी?
(A) दो
(B) तीन
(C) चार
(D) पाँच
उत्तर- दो
2. प्रथम विश्व युद्ध के पश्चात् पंजाब में कौन-सा कानून
लागू किया गया था?
(A) उदार नीति का
(B) शिक्षा
संबंधी
(C) मार्शल
लॉ
(D) जनता
को चुनाव में भाग लेने का
उत्तर- मार्शल लॉ
3. गांधी जी ने लोगों को कैसे कर्म करने का संदेश दिया था?
(A) डर कर कर्म करने का
(B) निडर
होकर कर्म करने का
(C) दंगों
से दूर रहने का
(D) व्यक्तिगत
स्वार्थ के लिए
उत्तर- दंगों से दूर रहने का
4. अंग्रेज़ सरकार की दमन नीतियों के क्या परिणाम निकल
रहे थे?
(A) देश गरीब हो रहा था
(B) लोग
निडर हो रहे थे
(C) लोग
शिक्षित हो रहे थे
(D) लोग
समझौतावादी बन रहे थे
उत्तर- देश गरीब हो रहा था
5. प्रथम विश्व युद्ध के पश्चात् बुद्धिजीवी एवं मध्य
वर्ग के लोगों की दशा कैसी हो गई थी?
(A) वे प्रसन्न थे
(B) वे
उदासी के अंधकार में डूबे हुए थे
(C) वे
निष्क्रिय हो गए थे
(D) वे
अंग्रेजों के मित्र बन गए थे
उत्तर- वे उदासी के अंधकार में डूबे हुए थे
6. गांधी जी ने कांग्रेस को कैसा संगठन बना दिया था?
(A) लोकतांत्रिक
(B) समाजवादी
(C) पूँजीवादी
(D) जनवादी
उत्तर- लोकतांत्रिक
7. गांधी जी के कांग्रेस में प्रवेश होने से कांग्रेस का
चरित्र कैसा लगने लगा था?
(A) मध्यवर्गीय चरित्र
(B) खेतिहर
चरित्र
(C) श्रमिक
चरित्र
(D) उदात्त
चरित्र
उत्तर- खेतिहर चरित्र
8. गांधी जी की सक्रियता का आधार क्या था?
(A) बातचीत
(B) हिंसक
पद्धति
(C) शांतिपूर्ण
पद्धति
(D) प्रस्ताव
पारित करना
उत्तर- शांतिपूर्ण पद्धति
9. गांधी जी का सक्रियता का आह्वान कैसा था?
(A) दोहरा आह्वान
(B) तिहरा
आह्वान
(C) चौहरा
आह्वान
(D) पाँच
गुणा आह्वान
उत्तर- दोहरा आह्वान
10. गांधी जी छुआछूत को क्या समझते थे?
(A) वरदान
(B) अभिशाप
.
(C) पाप
(D) कोढ़
उत्तर- अभिशाप
11. जिन लोगों ने ब्रिटिश सरकार के दिए हुए खिताब नहीं
छोड़े उनकी समाज की दृष्टि में क्या चली गई?
(A) पेंशन
(B) ज़मीन
(C) चौधराई
(D) इज्जत
उत्तर- इज्ज़त
12. भारतीय मानस मूलतः कैसा है?
(A) निवृत्तिमार्गी
(B) अपरिधार्य
मार्गी
(C) संचय
मार्गी
(D) भोगवादी
उत्तर- निवृत्तिमार्गी
13. गांधी जी मूलतः कैसे व्यक्ति थे?
(A) धर्मपरायण
(B) डरपोक
(C) शिक्षित
(D) समझौतावादी
उत्तर- धर्मपरायण
14. गांधी जी सबसे ऊपर कैसे नियमों की सत्ता मानते थे?
(A) सामाजिक नियमों की ।
(B) नैतिक
नियमों की
(C) राजनीतिक
नियमों
(D) शैक्षिक
नियमों की
उत्तर- नैतिक नियमों की
15. गांधी जी ने कैसे नियमों को नामंजूर किया था?
(A) जो उन्हें पंसद नहीं थे।
(B) जो
अंग्रेज़ों के पक्ष में थे
(C) जो
उनके आदर्शों से मेल नहीं खाते थे
(D) जो
उनके विरोधियों के पक्ष में थे
उत्तर- जो उनके आदर्शों से मेल नहीं खाते थे
16. गांधी जी ने हिंदू धर्म को कैसा बाना पहनाने का
प्रयत्न किया था?
(A) सार्वभौमिक
(B) प्रतिष्ठित
(C) चमकदार
(D) हिंदुत्व
वाला
उत्तर- सार्वभौमिक
17. गांधी जी के अनुसार कैसे राष्ट्र का कोई धर्म नहीं
होता?
(A) लघु राष्ट्र का
(B) विशाल
राष्ट्र का
(C) अमीर
राष्ट्र का
(D) अधभूखे
राष्ट्र का
उत्तर- अधभूखे राष्ट्र का
18. गांधी जी की क्या आकांक्षा थी?
(A) हर आँख के आँसू पोंछना
(B) हर
व्यक्ति को मिलना
(C) हर
नागरिक को शिक्षित करना
(D) हर
भारतीय को अंग्रेज़ शासन का विरोधी बनाना ..
उत्तर- हर आँख के आँसू पोंछना
19. गांधी जी ने हर प्रकार के लोगों में कैसी क्रांति पैदा
कर दी थी?
(A) हिंसात्मक
(B) मनोवैज्ञानिक
(C) अहिंसात्मक
(D) सामाजिक
उत्तर- मनोवैज्ञानिक
20. निम्नलिखित में से गांधी जी ने सर्वप्रथम कौन-सा
आंदोलन आरंभ किया था?
(A) सविनय अवज्ञा आंदोलन
(B) भारत
छोड़ो आंदोलन
(C) नमक
आंदोलन
(D) उपरोक्त
में से कोई नहीं
उत्तर- सविनय अवज्ञा आंदोलन
21. भारत की अल्पसंख्यकता कैसी है?
(A) जातीय
(B) राष्ट्रीय
(C) धार्मिक
(D) गरीब
उत्तर- धार्मिक
22. अंग्रेज़ सरकार ने अपना शासन बनाए रखने के लिए कौन-सा
हथियार अपनाया था?
(A) भारतीय जनता का शोषण का
(B) धार्मिक
भावना का
(C) जनता
को डराने का
(D) फूट
डालने का .
उत्तर-फूट डालने का
23. मोहम्मद अली जिन्ना ने भारत में कितने राष्ट्र बताए थे?
(A) दो
(B) तीन
.
(C) पाँच
(D) अनेक
उत्तर- दो