6 – अंतिम दौर – एक
1.
‘भारत की खोज’ पुस्तक के लेखक कौन हैं?
(A) महात्मा गांधी
(B) मोतीलाल नेहरू
(C) पंडित जवाहरलाल नेहरू
(D) सुभाष चंद्र बोस
उत्तर. पंडित
जवाहरलाल नेहरू
2.
लगान का रुपया इकट्ठा करने के लिए अंग्रेजों ने किस वर्ग को
पैदा किया था?
(A) ज़मींदारों का वर्ग
(B) मध्य वर्ग
(C) सैनिक वर्ग
(D) निम्न वर्ग
उत्तर. ज़मींदारों
का वर्ग
3.
सरकार को आर्थिक लाभ पहुंचाने वाला कौन-सा प्रमुख महकमा था?
(A) शिक्षा
(B) मालगुज़ारी
(C) पुलिस
(D) तार-विभाग
उत्तर. मालगुज़ारी
4.
भारतीय जनता द्वारा जो धन ब्रिटिश सेना के प्रशिक्षण के
खर्च के लिए दिया जाता था, उसे क्या कहते थे?
(A) प्रशिक्षण खर्च
(B) सेना व्यय
(C) रक्षा व्यय
(D) कैपिटेशन चार्ज
उत्तर. कैपिटेशन
चार्ज
5.
अंग्रेजों की श्रेष्ठता का पता किस बात से चलता है?
(A) शिक्षित होने से
(B) अमीर होने से
(C) भारतीयों की आपसी फूट का लाभ उठाने से
(D) गरीबों की सहायता से
उत्तर. भारतीयों
की आपसी फूट का लाभ उठाने से
6.
राजा राममोहन राय किस प्रदेश के रहने वाले थे?
(A) उत्तर प्रदेश के
(B) बंगाल के
(C) महाराष्ट्र के
(D) गुजरात के
उत्तर. बंगाल
के
7.
अंग्रेजों ने शिक्षा के द्वारा किस जमात को तैयार किया था?
(A) क्लर्कों की जमात को
(B) अध्यापकों की जमात को
(C) पत्रकारों की जमात को
(D) धर्म प्रचारकों की जमात को
उत्तर. क्लर्कों
की जमात को
8.
अंग्रेज़ी शासन की स्थापना के पश्चात् भारत में प्रचलित
कौन-सी व्यवस्था टूट गई थी?
(A) ज़मींदारी व्यवस्था
(B) खेतिहर व्यवस्था
(C) बैंकिंग व्यवस्था
(D) सामाजिक व्यवस्था
उत्तर. खेतिहर
व्यवस्था
9.
राजा राममोहन राय के व्यक्तित्व में किसका मेल था?
(A) पाश्चात्य विचारों का
(B) पाश्चात्य एवं पूर्वी विचारों का
(C) प्राचीन एवं नवीन ज्ञान का
(D) अंग्रेज़ी संस्कृति का
उत्तर. प्राचीन
एवं नवीन ज्ञान का
10.
राजा राममोहन राय ने धर्म के अध्ययन की किस पद्धति को
अपनाया था?
(A) तुलनात्मक पद्धति को
(B) प्रशंसात्मक पद्धति को
(C) विरोधात्मक पद्धति को
(D) आलोचनात्मक पद्धति को
उत्तर. तुलनात्मक
पद्धति को
11.
राजा राममोहन राय ने शिक्षा को किस पद्धति के चंगुल से बाहर
निकाला था?
(A) पंडिताऊ पद्धति से
(B) रूढ़िवादी पद्धति से
(C) वैज्ञानिक पद्धति से
(D) रटने वाली पद्धति से
उत्तर. पंडिताऊ
पद्धति से
12.
राजा राममोहन राय के प्रयास से किस प्रथा पर रोक लगी थी?
(A) विवाह प्रथा पर ,
(B) नामकरण प्रथा पर
(C) पुनर्विवाह प्रथा पर
(D) सती प्रथा पर
उत्तर. सती
प्रथा पर
13.
राजा राममोहन राय की मृत्यु किस देश में हुई थी?
(A) भारत में
(B) अमेरिका में
(C) इंग्लैंड में
(D) रूस में
उत्तर. इंग्लैंड
में
14.
भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम कब हुआ था?
(A) सन् 1825 में .
(B) सन् 1837 में
(C) सन् 1847 में
(D) सन् 1857 में
उत्तर. सन् 1857
में
15.
बहादुरशाह जफर कहाँ का राजा था?
.
(A) कलकत्ता का
(B) दिल्ली का
(C) लाहौर का
(D) अफगानिस्तान का
उत्तर. दिल्ली
का
16.
सबसे पहले सैनिक क्रांति कहाँ आरंभ हुई थी?
(A) दिल्ली में
(B) कलकत्ता में
(C) मेरठ में .
(D) लाहौर में
उत्तर. मेरठ
में
17.
सन 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले किस
स्वतंत्रता सेनानी को अंग्रेज़ जनरल ने ‘सर्वोत्तम और सबसे बहादुर’ कहा था?
(A) तात्या टोपे को
(B) रानी लक्ष्मीबाई को
(C) मंगल पांडे को
(D) नाना साहब को
उत्तर रानी लक्ष्मीबाई को
18.
‘ब्रह्म-समाज’ की स्थापना किसने की थी?
(A) दयानंद सरस्वती ने
(B) विवेकानंद ने
(C) राजा राममोहन राय ने
(D) केशवचंद्र ने
उत्तर. राजा
राममोहन राय ने
19.
केशवचंद्र किसके शिष्य थे?
(A) रामकृष्ण परमहंस के
(B) विवेकानंद के .
(C) राजा राममोहन राय के
(D) स्वामी दयानंद के
उत्तर. राजा
राममोहन राय के
20.
‘आर्य समाज’ के संस्थापक का क्या नाम है?
(A) दयानंद सरस्वती
(B) गरीबदास
(C) राजा राममोहन राय
(D) रामकृष्ण परमहंस
उत्तर. दयानंद
सरस्वती
21.
स्वामी दयानंद ने वेदों के विषय में क्या नारा दिया था?
(A) वेदों की ओर लौटो
(B) वेदों को सँभालो
(C) वेदों को याद रखो
(D) वेदों की रक्षा करो
उत्तर वेदों की ओर लौटो
22.
स्वामी विवेकानंद के गुरु का क्या नाम था?
(A) स्वामी दयानंद
(B) स्वामी रामकृष्ण परमहंस
(C) केशवचंद्र
(D) राजा राममोहन राय
उत्तर. स्वामी
रामकृष्ण परमहंस
23.
विवेकानंद ने किस मिशन की स्थापना की थी?
(A) राधेश्याम मिशन की
(B) राम नाम मिशन की
(C) रामकृष्ण मिशन की
(D) धार्मिक मिशन की
उत्तर. रामकृष्ण
मिशन की
24.
विवेकानंद ने किसे पाप कहा था?
(A) रिश्वत को
(B) लोभ को
(C) आलस्य को
(D) दुर्बलता को
उत्तर. दुर्बलता
को
25.
विवेकानंद की मृत्यु कब हुई?
(A) सन् 1892 में
(B) सन् 1902 में
(C) सन् 1904 में
(D) सन् 1908 में
उत्तर. सन् 1902
में
26.
रवींद्रनाथ टैगोर ने किस घटना के बाद ‘सर’ की उपाधि लौटा दी
थी?
(A) जलियाँवाला बाग हत्याकांड
(B) चौरा-चौरी कांड
(C) 1942 का भारत छोड़ो आंदोलन
(D) असहयोग आंदोलन
उत्तर. जलियाँवाला
बाग हत्याकांड
27.
टैगोर ने किस शिक्षा संस्था की स्थापना की थी?
(A) गुरुकुल . .
(B) शांति निकेतन
(C) दयानंद विश्वविद्यालय
(D) हिंदू शिक्षा समिति
उत्तर. शांति
निकेतन
28.
सर सैयद अहमद खाँ कौन था?
(A) वैज्ञानिक
(B) शिक्षाविद्
(C) मुस्लिम नेता
(D) सेनानायक
उत्तर. मुस्लिम
नेता
29.
‘अल-हिलाल’ पत्र का आरंभ किसने किया था?
(A) गांधी जी ने
(B) सर सैयद अहमद खाँ ने
(C) अबुल कलाम आज़ाद ने
(D) जवाहरलाल नेहरू ने
उत्तर. अबुल कलाम
आज़ाद ने
30.
कांग्रेस की स्थापना कब हुई थी?
(A) सन् 1880 में
(B)सन् 1881 में
(C) सन् 1882 में
(D) सन् 1885 में
उत्तर. सन् 1885
में
31.
तिलक का पूरा नाम क्या था?
(A) रामधर तिलक
(B) बाबाराम तिलक
(C) बाल गंगाधर तिलक
(D) गंगाराम तिलक
उत्तर. बाल गंगाधर
तिलक
32.
बाल गंगाधर तिलक किस राज्य के निवासी थे?
(A) पंजाब के
(B) महाराष्ट्र के
(C) बंगाल के
(D) उड़ीसा के
उत्तर. महाराष्ट्र
के
33.
गोपाल कृष्ण गोखले किस प्रदेश के रहने वाले थे?
(A) हरियाणा के
(B) पंजाब के
(C) हिमाचल के
(D) महाराष्ट्र के
उत्तर. महाराष्ट्र
के
अंतिम दौर एक
पाठ संबंधी प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. ब्रिटिश शासन का भारत में आना कैसी घटना थी? सार रूप में उत्तर लिखिए।
उत्तर- विदेशी शासकों का भारत में आना
कोई नई घटना नहीं थी, किंतु ब्रिटिश शासकों से पहले के शासक भारत का ही
हिस्सा बन गए थे। वे भारत को अपना देश मानने लगे थे। ब्रिटिश शासन का भारत में आना
ऐसी पहली घटना थी कि ब्रिटिश शासक भारत में नहीं अपितु भारत से सुदूर रहते थे।
भारत ऐसे शासन-संचालन में बँध गया था कि जिसका संचालन केंद्र भारत की धरती पर नहीं
था। कहने का भाव है कि भारत के लिए कानून-व्यवस्था इंग्लैंड में बिना भारतीयों के
परामर्श से बनती थी। इसलिए भारत के लिए यह एक अनोखी घटना थी।
प्रश्न 2. अंग्रेजों ने अपने लाभ के लिए किस वर्ग को उत्पन्न
किया?
उत्तर- अंग्रेज़ शासक बहुत चुस्त एवं
चालाक थे। उन्होंने अपने लाभ के लिए भारतवर्ष में भारतीय आम जनता और शासक वर्ग के
बीच एक ऐसे वर्ग को जन्म दिया जो उनके कहे अनुसार चल सके। उनमें ज़मींदार, राजा, पटवारी, गाँव
के मुखिया व ऊपर के कर्मचारी आदि थे। ये सरकार के पिछलग्गू थे। ये साधारण जनता से
धन बटोरकर अंग्रेज़ों को लाभ पहुँचाते थे।
प्रश्न 3. अंग्रेज़ी शासन में हर जिलों के प्रमुख पद पर किसे
नियुक्त किया जाता था?
उत्तर- अंग्रेज़ी शासनकाल में अंग्रेजी
स्वार्थों की सुरक्षा के लिए जिले के प्रमुख पद पर जिला मजिस्ट्रेट या डिप्टी
कलेक्टर को नियुक्त किया जाता था।
प्रश्न 4. मालगुजारी किसे कहते थे?
उत्तर- मालगुजारी एक प्रकार से चुंगी
कर होता था जो गाँवों से शहर में लाए जाने वाले माल पर लगाया जाता था। उस कर को
देने के पश्चात् ही माल नगर या शहर में ब्रिकी हेतु लाया जा सकता था।
प्रश्न 5. भारतवर्ष अमीर एवं साधन संपन्न होते हुए भी भारत की
जनता अपने ही देश में गरीब क्यों थी?
उत्तर- भारतवर्ष में प्राकृतिक संपदा व
साधनों की कमी नहीं थी। किंतु अंग्रेज़ी शासन ने आर्थिक नीतियाँ इस प्रकार बनाई
हुई थी जिससे भारत का अधिक-से-अधिक धन ब्रिटेन में पहुँच जाए, इसलिए
यहाँ के प्राकृतिक साधनों का लाभ आम जनता की अपेक्षा अंग्रेज़ सरकार को ही होता
था। यही कारण है कि भारतवर्ष अमीर एवं साधन संपन्न होने पर भी भारत की आम जनता
गरीब थी।
प्रश्न 6. भारतीय जनता में चेतना जागृत करने का श्रेय अंग्रेजों
को क्यों दिया जाता है?
उत्तर- भारतीय जनता में चेतना जागृत
करने का श्रेय अंग्रेजों को दिया जाता है क्योंकि अंग्रेज़ों ने यहाँ पाश्चात्य
संस्कृति का प्रचार-प्रसार करने के लिए लोगों को शिक्षित करना ही उचित समझा। इस
उद्देश्य के लिए उन्होंने शिक्षा का प्रसार किया। भारतीय जनता ने शिक्षित होने पर
ही आधुनिक युग को समझा और दासता के बंधन से मुक्त होने का प्रयास किया।
प्रश्न 7. “अंग्रेज़ भारतीयों को वास्तव में शिक्षित नहीं करना
चाहते थे, अपितु वे उन्हें
केवल क्लर्क बनाना चाहते थे।” स्पष्ट कीजिए।
उत्तर- जब भारत में अंग्रेज़ी शासन
कायम हुआ तो उन्हें विभिन्न विभागों में कार्य करने के लिए छोटे कर्मचारियों की
ज़रूरत पड़ी। यदि इन छोटे पदों पर अंग्रेज़ों को रखा जाता है तो उन्हें अधिक वेतन
देना पड़ता। इस कठिनाई को देखते हुए भारतीयों को शिक्षित किया गया ताकि उन्हें कम
वेतन पर कार्यालयों में काम करने हेतु क्लर्क मिल सकें। अतः स्पष्ट है कि
अंग्रेज़ों का भारतीयों को शिक्षित करने के पीछे बहुत बड़ा स्वार्थ निहित था।
प्रश्न 8. अंग्रेज़ी शासनकाल में भारत ने किन-किन क्षेत्रों में
उन्नति की? सार रूप में उत्तर
लिखिए।
उत्तर- अंग्रेजी सरकार ने अपने सरकारी
कार्यों को सुचारु रूप से चलाने के लिए भारत में अनेक क्षेत्रों को उन्नत करने के
प्रयास किए। उनमें से प्रमुख हैं-नई तकनीक, रेलगाड़ी, छापाखाना, डाकतार
विभाग आदि।
प्रश्न 9. 18वीं शताब्दी में बंगाल में किस प्रभावशाली व्यक्तित्व
का उदय हुआ?
उत्तर- 18वीं शताब्दी में बंगाल में जिस
प्रभावशाली व्यक्तित्व का उदय हुआ, वे थे-राजा राममोहन राय। वे नई
विचारधारा वाले व्यक्ति थे। उन्हें भारतीय संस्कृति और विचारधारा की गहन जानकारी
थी। उन्होंने अनेक भाषाएँ सीखी थीं। वे भारतीय जनता को पुरानी पंडिताऊ पद्धति से
बाहर निकालना चाहते थे। वे अपने समय के महान समाज-सुधारक भी थे। उन्हीं के प्रयास
से सती-प्रथा पर रोक लगी थी। वे भारतीय जनता को आधुनिक विचारधारा से जोड़कर उसमें
नवीन चेतना का संचार करना चाहते थे। राजा राममोहन राय दिल्ली के सम्राट की ओर से
इंग्लैंड भी गए थे।
प्रश्न 10. सन् 1857 में
भारत में कौन-सी महान घटना घटी थी?
उत्तर- सन् 1857 में भारत में प्रथम
स्वतंत्रता संग्राम की घटना घटी थी। बंगाल और पश्चिम भारत तथा बंबई में अंग्रेज़ी
। शासन की नीतियों के कारण किसान आर्थिक बोझ के नीचे पिस रहा था। नया बुद्धिजीवी
वर्ग अंग्रेज़ों की उदारता द्वारा प्रगति की उम्मीद लगाए बैठा था किंतु उत्तरी
भारत में ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ। यहाँ के सूबों के राजाओं और सामंतों में
विद्रोह की भावना बढ़ रही थी। सन् 1857 में मेरठ की सेना ने बगावत कर
दी। विद्रोह की योजना खुफ़िया ढंग से बनाई गई थी। किंतु समय से पहले विद्रोह होने
से योजना बिगड़ गई। यह सैनिक-विद्रोह न रहकर बाद में जन-आंदोलन और भारतीय
स्वतंत्रता की लड़ाई के रूप में परिवर्तित हो गया। इस संघर्ष की सबसे बड़ी विशेषता
यह थी कि इसमें हिंदुओं और मुसलमानों ने मिलकर भाग लिया था। यद्यपि इस जन-क्रांति
ने ब्रिटिश शासन पर पूरा दबाव डाला तथापि अंत में संगठन एवं दूरदर्शिता के अभाव के
कारण असफल रहा। इस क्रांति में तात्या टोपे, झाँसी की रानी
लक्ष्मीबाई आदि ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। वह बीस वर्ष की आयु में ही लड़ते-लड़ते
शहीद हो गई। अंग्रेज़ सेनानायकों ने भी उसकी बहादुरी की प्रशंसा की थी। इस महान क्रांति
ने ब्रिटिश शासन को झकझोर कर रख दिया था। फलस्वरूप ब्रिटिश सरकार को अपने शासन का
पुनर्गठन करना पड़ा।
प्रश्न 11. स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर ने कौन-सी पुस्तक लिखी
थी और उसे अंग्रेज़ सरकार ने क्यों ज़ब्त कर लिया था?
उत्तर- स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर ने
‘द हिस्ट्री ऑफ़ द वॉर ऑफ़ इंडिपेंडेंस’ नामक पुस्तक लिखी थी। उन्होंने इस पुस्तक
में सन् 1857 की महान क्रांति और प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन की घटनाओं का सच्चा और
यथार्थ वर्णन किया था। साथ ही अंग्रेज़ों की अन्यायपूर्ण नीतियों और उनके
अत्याचारों का भी उल्लेख किया था। इसीलिए अंग्रेज़ सरकार ने इस पुस्तक को प्रकाशित
होते ही ज़ब्त कर लिया था। .
प्रश्न 12. स्वामी विवेकानंद के जीवन और महान कार्यों पर सार रूप
में प्रकाश डालिए।
उत्तर- स्वामी विवेकानंद श्री रामकृष्ण
परमहंस के प्रमुख शिष्य थे। उन्हें भारत की विरासत पर गर्व था। वे प्राचीन एवं
नवीन विचारधारा को जोड़ने वाली महान कड़ी थे। वे अत्यंत शालीन एवं गरिमामय
व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने भारतीय जनता को जगाने का महान प्रयास किया था, जिसमें
उन्हें काफी हद तक सफलता भी मिली थी। उन्होंने भारत की ओर से अंतर्राष्ट्रीय धर्म-सम्मेलन
में भाग लेकर भारत के धार्मिक दृष्टिकोण से विश्व को अवगत करवाया था। वे जातिगत
भेदभाव के विरुद्ध थे। वे मानव की दुर्बलता को पाप समझते थे। उन्होंने निडर बनने
का संदेश दिया था। वे अंधविश्वासों में विश्वास नहीं रखते थे। उन्होंने उस हर बात
का विरोध किया जो हमें कमजोर बनाती है तथा उसे तुरंत त्यागने पर भी बल दिया। वे
मानते थे कि अंधविश्वासी होने से तो नास्तिक होना अच्छा है। आज उनके विचार हिमालय
से कन्याकुमारी तक प्रसिद्ध हैं।
प्रश्न 13. राजा राममोहन राय ने धर्म के आधार पर क्या परिवर्तन
किए और क्यों? केशवचंद्र ने उसे
क्या मोड़ दिया?
उत्तर- भारतीय धर्म में रूढ़िवादी
रीति-रिवाजों के होने के कारण राजा राममोहन राय ने समाज सुधारवादी आधार पर अनेक
परिवर्तन किए। उन्होंने इस उद्देश्य से ब्रह्म-समाज की स्थापना की। उनके शिष्य
केशवचंद्र ने इस धर्म को ईसाई धर्म का रूप ही दे डाला अर्थात् उसमें ईसाई धर्म के
नियमों को स्वीकृति दे दी। फलस्वरूप यह कुछ ही भारतीयों तक सीमित रह गया।
प्रश्न 14. 19वीं शताब्दी में कौन-कौन से
समाज सुधारक हुए?
उत्तर- उन्नीसवीं शताब्दी में स्वामी
दयानंद सरस्वती, रामकृष्ण
परमहंस, विवेकानंद, रवींद्रनाथ
टैगोर, महात्मा
गांधी, ऐनी
बेसेंट, सर
सैयद अहमद खाँ, अबुल
कलाम आज़ाद, गोपाल
कृष्ण गोखले एवं बाल गंगाधर तिलक मुख्य समाज सुधारक हुए। इन्होंने अंग्रेज़ी शासन
के प्रभाव के होते हुए भी लोगों की विचारधारा को बदलना चाहा। उनमें राष्ट्रीयता की
भावना भरकर उन्हें धार्मिक कर्म-कांडों से हटाना चाहा।
प्रश्न 15. स्वामी दयानंद सरस्वती का संक्षिप्त परिचय देते हुए
उनके प्रमुख कार्यों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर- स्वामी दयानंद उन्नीसवीं
शताब्दी के अंतिम भाग में हुए। वे एक महान समाज सुधारक थे। उन्होंने भारतीय
धार्मिक विचारों को वेदों की ओर मोड़ दिया था। वे वेदों को भारतीय धर्म का आधार
बताते थे। उनका नारा था-वेदों की ओर लौटो। उन्होंने आर्य समाज की स्थापना की जिसके
माध्यम से अपने विचारों को जनता तक पहुँचाया। दयानंद सरस्वती के विचारों का प्रसार
मुख्य । रूप से पंजाब और संयुक्त प्रदेश में हुआ। इनके विचारों ने मध्य वर्ग के
हिंदुओं को विशेष रूप से प्रभावित किया। सरस्वती जी ने लड़कों और लड़कियों में कोई
भेद नहीं माना। उन्होंने नारी शिक्षा पर भी बल दिया। जातिगत भेदभाव का खंडन करते
हुए दलित वर्ग को ऊपर उठाने का महान प्रयास किया। उन्होंने समाज में व्याप्त
अंधविश्वासों तथा धार्मिक रूढ़ियों का जोरदार शब्दों में खंडन. किया।
प्रश्न 16. रवींद्रनाथ टैगोर के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालिए तथा
उनके जीवन की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर- रवींद्रनाथ टैगोर महान
साहित्यकार एवं संवेदनशील व्यक्ति थे। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन देश-हित के लिए
अर्पित किया। उन्होंने साहित्य रचना के साथ-साथ स्वतंत्रता आंदोलन में बढ़-चढ़कर
भाग लिया। स्वदेशी आंदोलन में तो उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है। वे ब्रिटिश
सरकार के विरोधी थे। जलियाँवाला बाग के हत्याकांड के बाद उन्होंने अपनी ‘सर’ की
उपाधि भी लौटा दी थी। वे भारत को आधुनिक विचारों से जोड़ने के पक्ष में थे। वे
विदेशों के ज्ञान को भारत में और भारत के ज्ञान का प्रचार विदेशों में करने में
सफल रहे। उनकी विचारधारा उपनिषदों से प्रभावित थी। उन्होंने लोगों को संकीर्ण
भावना को त्यागने और मानवीय भावनाओं को अपनाने का महान संदेश दिया।
प्रश्न 17. सन 1857 के
स्वतंत्रता के संघर्ष के बाद मुसलमानों में असमंजस की भावना क्यों आ गई थी? उसका क्या परिणाम निकला?
उत्तर- सन् 1857 की क्रांति के बाद
भारत के मुसलमान असमंजस में थे क्योंकि वे निर्णय नहीं ले पा रहे थे कि वे ब्रिटिश
सरकार के साथ थे या फिर भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में हिंदुओं के साथ। इसका परिणाम
यह हुआ कि एक नए वर्ग का जन्म हुआ, जिसका लाभ उठाकर अंग्रेज़ सरकार
ने अपना स्वार्थ सिद्ध किया।
प्रश्न 18. ‘आर्य समाज’ किस प्रकार का आंदोलन था? अंग्रेज़ सरकार पर इसका क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर- ‘आर्य समाज’ एक सामाजिक आंदोलन
था। इसका जन्म इस्लाम और ईसाई धर्मों की प्रतिक्रिया के फलस्वरूप हुआ था, विशेषकर
इस्लाम की प्रतिक्रिया के फलस्वरूप। यह सुधारवादी आंदोलन का रूप धारण करके आगे
बढ़ा था। इसने धर्म परिवर्तन करके हिंदू धर्म में पुनः प्रवेश करने की प्रथा का
आरंभ किया। इसमें जातिगत भेदभाव का खंडन किया गया तथा लड़के-लड़की के भेद को भी
समाप्त किया गया। नारी शिक्षा पर भी बल दिया गया। दलितों की स्थिति को सुधारने का
बेड़ा भी आर्य समाज ने उठाया था। अंग्रेज़ सरकार आर्य समाज के आंदोलन से प्रभावित
हुए बिना न रह सकी। इसलिए उसने इस आंदोलन को राजनीतिक एवं क्रांतिकारी आंदोलन
माना।
प्रश्न 19. सर सैयद अहमद खाँ का परिचय दीजिए।
उत्तर- सर सैयद अहमद खाँ एक उत्साही
समाज सुधारक थे। उन्होंने मुसलमानों की ब्रिटिश विरोधी भावना को कम करने की कोशिश
की। उन्होंने अलीगढ़ कॉलेज की स्थापना की। उनका घोषित उद्देश्य था-‘भारत के
मुसलमानों को ब्रिटिश ताज की योग्य और उपयोगी प्रजा बनाना।’ सर सैयद अहमद खाँ का
प्रभाव मुसलमानों में उच्च वर्ग के कुछ लोगों तक ही सीमित था।
प्रश्न 20. अबुल कलाम आज़ाद के जीवन पर प्रकाश डालिए।
उत्तर- अबुल कलाम आज़ाद सुप्रसिद्ध
भारतीय मुस्लिम नेता थे। उन्होंने मुसलमानों में नई विचारधारा का विकास किया। सन् 1912 में मुसलमानों के दो साप्ताहिक पत्र निकले। उर्दू में ‘अल-हिलाल’
और अंग्रेज़ी में ‘द कॉमरेड’ । अल-हिलाल का आरंभ अबुल कलाम आज़ाद ने किया। उस समय
वे कांग्रेस के वर्तमान सभापति के पद पर थे। वे पुराने नेताओं के सामंती, संकीर्ण
धार्मिकता और अलगाववादी दृष्टिकोण से दूर थे। अपने इसी स्वभाव के कारण वे भारतीय
राष्ट्रवादी माने गए। उन्होंने अपने विचारों की प्रस्तुति हेतु बोलचाल की उर्दू
भाषा का प्रयोग किया ताकि आम जनता भी प्रभावित हो सके। अलीगढ़ कॉलेज की युवा शक्ति
राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से रूढ़िवादी थी। उनका लक्ष्य निचले दर्जे की सरकारी
नौकरी में प्रवेश पाना था लेकिन इसी कॉलेज में नए मुसलमान बुद्धिजीवियों का वर्ग
भी पनपा जिन्होंने मुख्य रूप से ‘मुस्लिम लीग’ की नींव रखी। अबुल कलाम आज़ाद ने
अपने प्रयत्नों से इसी मुस्लिम बुद्धिजीवियों के दिमाग में सनसनी पैदा की और
उन्हें स्वतंत्रता प्राप्ति हेतु उत्तेजित किया।
प्रश्न 21. रवींद्रनाथ टैगोर का शांति-निकेतन क्या था?
उत्तर- रवींद्रनाथ टैगोर महान
शिक्षाविद् थे। इसलिए उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में नया प्रयोग करने के लिए एक
विशेष प्रकार के शिक्षा केंद्र की स्थापना की थी, जिसे उन्होंने
‘शांति-निकेतन’ नाम दिया। यहाँ विद्यार्थियों को शिक्षा पूर्ण सुविधाओं एवं
प्राकृतिक संसाधनों द्वारा दी जाती थी। विद्यार्थियों के व्यक्तित्व के चहुंमुखी
विकास के लिए सभी संभव अवसर प्रदान किए जाते थे।
प्रश्न 22. सर सैयद अहमद खाँ के विचार दूसरे राष्ट्रीय नेताओं से
कैसे भिन्न थे?
उत्तर- सर सैयद अहमद खाँ एक ऐसे नेता
थे जो अंग्रेज़ों की सहायता से मुसलमानों को ऊपर उठाना चाहते थे। वे चाहते थे कि
मुसलमान अंग्रेज़ी शिक्षा को ग्रहण करें। वे पूर्णतया अंग्रेज़ी सभ्यता से
प्रभावित थे। उन्होंने ब्रिटिश सरकार से शैक्षिक सहायता प्राप्त करने हेतु
मुसलमानों में ब्रिटिश विरोधी भावना को कम करने का प्रयास किया था। उन्हें नेशनल
कांग्रेस से दूर रहने का परामर्श भी दिया गया था।
प्रश्न 23. सर सैयद अहमद खाँ की हिंदुओं के प्रति क्या विचारधारा
थी?
उत्तर- सर सैयद अहमद खाँ मुस्लिम लोगों
के विकास के लिए अंग्रेज़ों का विरोध नहीं करते थे। किंतु वे हिंदुओं के विरोधी या
सांप्रदायिक दृष्टि से अलगाववादी नहीं थे। उनका मत था कि ‘हिंदू’ और ‘मुसलमान’ दो
शब्द केवल धार्मिक अंतर स्पष्ट करने
के
लिए हैं। वरन् सब लोग चाहे वे हिंदू हों या मुसलमान यहाँ तक कि ईसाई भी जो इस देश
में रहते हैं, एक
ही राष्ट्र के लोग . हैं। वे सब भारतीय हैं।
प्रश्न 24. ‘मुस्लिम लीग’ की स्थापना किसने और क्यों की थी?
उत्तर- ‘मुस्लिम लीग’ की स्थापना अलीगढ़
कॉलेज के उस वर्ग ने की थी, जो नए मुसलमान बुद्धिजीवियों का
नेतृत्व कर रहा था। उन्होंने इसकी स्थापना मुसलमानों के हितों की रक्षा हेतु की
थी।