4 – युगों का दौर

 प्रश्न 1. राजा मिलिंद कौन था? उसकी प्रसिद्धि का क्या कारण था?

उत्तर- राजा मिलिंद मूलतः यूनानी था। उसका नाम मेनांडर था। उसने पंजाब से होते हुए पाटलीपुत्र तक हमला किया। किंतु उसकी हार हुई। मेनांडर पर भारतीय संस्कृति और वातावरण का प्रभाव पड़ा। वह बौद्ध धर्म में दीक्षित हो गया। वह बाद में राजा मिलिंद के नाम से प्रसिद्ध हुआ। उसे केवल संत के रूप में प्रसिद्धि मिली थी।

प्रश्न 2. हेलिओदो स्तंभ के विषय में आप क्या जानते हो? सार रूप में लिखिए।

उत्तर- हेलिओदो स्तंभ एक ऐतिहासिक स्तंभ है। यह भारत के मध्य प्रदेश में सांची के निकट बेसनगर में स्थित है। यह ग्रेनाइट पत्थर से बना है। इस पर संस्कृत में एक लेख खुदा हुआ है। इससे यूनानियों के भारतीकरण की झलक मिलती है।

प्रश्न 3. तक्षशिला विश्वविद्यालय में विभिन्न संस्कृतियाँ एक-दूसरे के समीप कैसे आई थीं?

उत्तर- तक्षशिला विश्वविद्यालय बहुत पुराना शिक्षा का महान केंद्र रहा है। यहाँ विभिन्न देशों से शिक्षा ग्रहण करने के लिए विद्यार्थी आते थे। वह विभिन्न देशों से आने वाले छात्रों का मिलन-स्थल बन गया था। यहाँ भारतीयों का मेल सीदियनों , यूइ-चियों, ईरानियों, बाख्नी-यूनानियों, तुर्कों और चीनियों से होता था। इस परस्पर मेल-जोल से और एक स्थान पर रहने के कारण तक्षशिला विश्वविद्यालय में विभिन्न संस्कृतियाँ एक-दूसरे के समीप आई थीं।

प्रश्न 4. नागार्जुन कौन था? उसने कौन-सा प्रमुख कार्य किया था?

उत्तर- नागार्जुन ईसा की पहली शताब्दी में हुए थे। वे बौद्ध शास्त्रों तथा भारतीय दर्शन के महान विद्वान थे। बौद्ध धर्म से उत्पन्न महायान और हीनयान दो भागों के विवाद में नागार्जुन ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। उन्हीं के अथक प्रयासों से महायान को सफलता प्राप्त हुई थी।

प्रश्न 5. पुराना ब्राह्मण समाज किस बात को लेकर चिंतित था?

उत्तर- भारत पर विदेशी राजाओं के एक के बाद एक आक्रमण हो रहे थे। विदेशी राजाओं को आक्रमण में सफलता मिल रही थी और वे भारत में अपना राज्य स्थापित करते जा रहे थे। ऐसे में पुराना ब्राह्मण समुदाय चिंतित हो उठा था, क्योंकि उन्हें भारतीय संस्कृति और सभ्यता को बनाए रखना था। वे भारतीय आदर्शों के आधार पर अपना सजातीय राज्य कायम रखना चाहते थे। उनकी चिंता का मुख्य कारण यही था।

प्रश्न 6. बौद्ध धर्म के प्रवर्तक कौन थे? यह धर्म कितने संप्रदायों में बाँटा गया था?

उत्तर- बौद्ध धर्म के प्रवर्तक महात्मा बुद्ध थे। उनका असली नाम राजकुमार सिद्धार्थ था। उनकी मृत्यु के पश्चात् बौद्ध धर्म लड़खड़ा गया और विचार भेद के कारण यह दो भागों-हीनयान और महायान में बँट गया।

प्रश्न 7. लेखक ने भारतीय राष्ट्रीय धर्म किसे बताया है? .

उत्तर- भारत में जब आर्य जाति के लोग आए तो उन्होंने भारतीय संस्कृति के आदर्शों को अपना लिया। भारत ने इस स्थिति का सामना करते हुए मिली-जुली भारतीय-आर्य संस्कृति की मज़बूत नींव पर निर्मित एक स्थायी हल प्रस्तुत किया। अन्य विदेशी तत्त्व यहाँ आए और यहीं समा गए। किंतु समय-समय पर अजीब रस्मो-रिवाज़ वाले अजनबी लोगों के हमलों ने उस नींव को हिला दिया। भारत इन हमलों को अनदेखा नहीं कर सकता था, क्योंकि उन्होंने न केवल राजनीतिक ढाँचे को हिलाया, अपितु उसके सांस्कृतिक आदर्शों एवं सामाजिक ढाँचे का भी खतरा उत्पन्न हो गया था। इसके विरुद्ध जो भारतीय प्रतिक्रिया हुई उसका स्वरूप मूलतः राष्ट्रवादी था। इसमें राष्ट्रवाद की शक्ति थी। इसके घेरे में दर्शन, धर्म, परंपरा, रीति-रिवाज़, सामाजिक ढाँचा आदि आते थे। अतः यही राष्ट्रवाद का प्रतीक बना। लेखक ने इसे ही भारतीय राष्ट्रीय धर्म कहा है। .

प्रश्न 8. गुप्त साम्राज्य का आरंभ कब हुआ? उसके प्रवर्तक का क्या नाम था?

उत्तर- गुप्त साम्राज्य का आरंभ 320 ई० में हुआ था। इसके प्रवर्तक चंद्रगुप्त थे। इस साम्राज्य में एक के बाद एक कई महान शासक हुए, जो युद्ध और शांति दोनों कलाओं में सफल हुए।

प्रश्न 9. भारत का नेपोलियन किसे और क्यों कहा गया?

उत्तर- सम्राट समुद्रगुप्त को भारत का नेपोलियन कहा जाता है। समुद्रगुप्त का शासनकाल बहुत प्रबुद्ध, शक्तिशाली, अत्यंत सुसंस्कृत और तेजस्विता से भरपूर था। इनके युग में साहित्य और विभिन्न कलाओं का विकास हुआ था। इन तथ्यों को देखते हुए समुद्रगुप्त को भारत का नेपोलियन कहा गया था, जोकि उचित है।

प्रश्न 10. गुप्त वंश का शासनकाल कब तक रहा? इस वंश के शासन पर प्रकाश डालिए।

उत्तर- गुप्त वंश ने भारत में चौथी शताब्दी के आरंभ से लेकर लगभग डेढ़ सौ वर्षों तक शासन किया। उनका शासन अत्यंत शक्तिशाली और समृद्ध था। उनके शासन में शक्ति, साहित्य एवं कलाओं का खूब विकास हुआ।

प्रश्न 11. ‘गोरे हूण’ कौन थे? उनके सरदार का क्या नाम था?

उत्तर- गुप्त वंश में मध्य-एशिया से जो नए आक्रमणकारी लगातार भारत पर हमला कर रहे थे, वे ‘गोरे हूण’ कहलाए। उनके सरदार का नाम मिहिरगुल था।

प्रश्न 12. गोरे हूणों के सरदार मिहिरगुल ने बालादित्य के साथ धोखा कैसे किया?

उत्तर- गोरे हूणों का सरदार मिहिरगुल भारत में आक्रमण करके लूटमार कर रहा था। उससे तंग आकर गुप्त वंश के शासकों ने यशोवर्मन के नेतृत्व में संगठित होकर उन पर आक्रमण कर दिया तथा मिहिरगुल को बंदी बना लिया। गुप्त वंश के वंशज बालादित्य ने उसके प्रति उदारता का व्यवहार किया और उसे भारत से लौट जाने दिया, लेकिन मिहिरगुल ने इसके बदले बालादित्य के साथ धोखा किया और उस पर आक्रमण करके उसे हरा दिया।

प्रश्न 13. हूणों ने भारत पर कितने वर्ष शासन किया और उन्हें किसने हराया था?

उत्तर- हूणों ने भारत पर लगभग 50 वर्ष तक राज्य किया था। अंत में कन्नौज के राजा हर्षवर्धन ने उन्हें हराकर उत्तर से लेकर मध्य-भारत तक अपना शासन स्थापित किया।

प्रश्न 14. सम्राट हर्षवर्धन के शासन पर प्रकाश डालिए।

उत्तर- सम्राट हर्षवर्धन एक शक्तिशाली और उदार राजा था। उसने अपने शासनकाल में बौद्ध और हिंदू दोनों धर्मों को महत्त्व दिया था। उसने अपने शासनकाल में शासन-व्यवस्था को मज़बूत बनाया था। उसे साहित्य, संगीत एवं अन्य कलाओं के विकास का भी पूरा-पूरा ध्यान रखा था। वह स्वयं कवि एवं नाटककार था। उसने अपनी राजधानी उज्जयिनी को सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनाया था। उसके शासन में आम जनता भी बहुत प्रसन्न थी।

प्रश्न 15. उत्तर भारत पर दक्षिण भारत की अपेक्षा विदेशियों का प्रभाव अधिक क्यों रहा?

उत्तर- उत्तर भारत पर विदेशियों का प्रभाव अधिक इसलिए रहा था, क्योंकि भारत पर उत्तर की ओर से विदेशी आक्रमण हुए थे। विदेशी आक्रमणकारियों ने उत्तर भारत पर ही अपनी संस्कृति का प्रभाव छोड़ा थाविदेशी आक्रमणकारी दक्षिण भारत की ओर नहीं पहुँच सकते थे, इसलिए विदेशी प्रभाव दक्षिण भारत पर कम पड़ा था। 6.

प्रश्न 16. उज्जैन सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनी रही। कैसे?

उत्तर- उज्जैन सम्राट हर्षवर्धन की राजधानी थी। हर्षवर्धन जहाँ एक कुशल शासक था, वहीं वह एक सफल कवि एवं नाटककार भी था। उसने अपने दरबार में अनेक कवियों एवं कलाकारों को आश्रय दिया हुआ था। वह समय-समय पर अपनी राजधानी में सांस्कृतिक गतिविधियों के कार्यक्रम भी करवाता था। इस प्रकार हर्षवर्धन की राजधानी सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनी हुई थी।

प्रश्न 17. लेखक ने दक्षिण भारत के समृद्धि के क्या कारण बताएँ हैं?

उत्तर- दक्षिण भारत अपनी दस्तकारी और समुद्री व्यापार के लिए प्रसिद्ध था। दक्षिण भारत उत्तर भारत की अपेक्षा अधिक शांत रहा। अफ़गान शासन में पड़ने वाले क्षेत्रों के दस्तकार या कारीगर बार-बार होने वाले आक्रमणों से तंग आकर दक्षिण भारत में बस गए थे। वहाँ रहते हुए उन्होंने अपनी दस्तकारी से सुंदर-सुंदर वस्तुओं का निर्माण किया, जिनकी विदेशों में भी माँग रहती थी। समृद्धि का दूसरा बड़ा कारण समुद्री व्यापार था। वहाँ के लोग समुद्र के द्वारा दूर-दूर देशों तक जाकर व्यापार करके धन कमाते थे।

प्रश्न 18. पंडित जवाहरलाल नेहरू के अनुसार अंग्रेज़ी शासन के कायम होने के दौरान भारत की कैसी स्थिति थी?

उत्तर- पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भारत की तत्कालीन स्थिति का गहन अध्ययन किया था और उन्होंने निष्कर्ष रूप में बताया था कि भारत की आंतरिक फूट एवं जड़ता के कारण यहाँ अवनति अपनी चरम सीमा पर थी। राजनीति एवं आर्थिक व्यवस्था पूर्णतः हिल चुकी थी।

प्रश्न 19. लेखक के अनुसार भारत में यूरोप से अधिक शांतिपूर्ण एवं व्यवस्थित शासन-व्यवस्था क्यों रही?

उत्तर- लेखक के अनुसार भारत में यूरोप से अधिक शांतिपूर्ण एवं व्यवस्थित शासन-व्यवस्था रही, क्योंकि यहाँ के शासकों ने दो-दो, तीन-तीन सौ वर्षों तक निरंतर शासन किया।

प्रश्न 20. अंग्रेज़ों से पूर्व के विदेशी शासकों की क्या विशेषता रही?

उत्तर-अंग्रेज़ों से पूर्व के विदेशी शासकों ने अपने-आपको भारतीय परंपरा, सभ्यता एवं संस्कृति के अनुरूप जल्दी ही ढाल लिया। इसीलिए वे सफल शासक रहे। उन्होंने आगे चलकर भारत को अपना घर एवं देश मान लिया था

प्रश्न 21. अंग्रेज़ भारत में अपनी शासन सत्ता का कायम रखने में सफल क्यों नहीं रहे?

उत्तर- अंग्रेज़ों ने जब भारत की शासन सत्ता सँभाली थी तो उस समय भारत की राजनीतिक एवं आर्थिक दशा पूर्णतः टूट चुकी थी। दूसरा, अंग्रेज़ों ने कभी भी भारत को अपना देश नहीं माना। इसलिए उन्हें भारत के लोगों का विरोध भी बराबर सहना पड़ा था। यही कारण है कि अंग्रेज़ भारत में अपनी स्थाई सत्ता कायम नहीं कर सके थे।

प्रश्न 22. लेखक के अनुसार भारत में समन्वय की भावना किन-किन क्षेत्रों में हुई?

उत्तर- भारतीय संस्कृति में व्यक्ति के बाहरी एवं भीतरी जीवन के समन्वय के साथ-साथ प्रकृति के साथ भी उसका समन्वय दिखाया है। इसके अतिरिक्त भारत में बाहर से आने वाली जातियाँ जो अपने साथ विशेष तत्त्व लेकर आई थीं, उन्हें भी आत्मसात कर उनसे समन्वय स्थापित किया। इससे पता चलता है कि भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता में समन्वय स्थापित करने की अद्भुत क्षमता है।

प्रश्न 23. भारतीय रंगमंच के विकास पर प्रकाश डालिए।

उत्तर- भारतीय रंगमंच अपने मूल में, संबद्ध विचारों में और अपने विकास में पूरी तरह स्वतंत्र था। इसका आरंभ हमारे वेदों में देखा जा सकता है, जिसका आरंभिक रूप भी नाटकीय ही था। रामायण एवं महाभारत में विभिन्न नाटकों का उल्लेख है। । कृष्ण-लीला से संबंधित गीत-संगीत तथा नाच में रंगमंच के दर्शन किए जा सकते हैं। व्याकरण के महान विद्वान पाणिनि ने कुछ नाट्य-रूपों का उल्लेख किया है।

प्रश्न 24. अश्वघोष कौन था? उनकी प्रसिद्ध रचना का नाम क्या है?

उत्तर- अश्वघोष संस्कृत के महान नाटककार थे। इनके नाटक ताड़-पत्र पर लिखित पांडुलिपियों के अंश हैं। नाटक के विकास के लिए इन्हें सदा याद किया जाएगा। इनकी प्रमुख रचना का नाम ‘बुद्धचरित’ है। उनकी इस रचना में महात्मा बुद्ध के जीवन का वर्णन है। इनका यह ग्रंथ न केवल भारत में, अपितु चीन और तिब्बत में भी लोकप्रिय रहा है।

प्रश्न 25. कालिदास कौन था? उनकी प्रमुख रचनाओं के नाम लिखिए।

उत्तर- कालिदास संस्कृत के महान कवि एवं नाटककार थे। कहा जाता है कि कालिदास गुप्त वंश के विक्रमादित्य के नौ रत्नों में से एक थे। ‘अभिज्ञानशाकुंतलम्’, ‘मेघदूत’ आदि उनकी प्रमुख रचनाएँ हैं। ‘अभिज्ञानशाकुंतलम्’ (नाटक) का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। ‘मेघदूत’ (गीतिकाव्य) में एक प्रेमी अपनी प्रेयसी को बादल द्वारा अपना संदेश भेजता है।

प्रश्न 26. संस्कृत भाषा की जीवंतता और स्थायित्व पर प्रकाश डालिए।

उत्तर- संस्कत भाषा अत्यंत प्राचीन व्याकरण सम्मत है। यह एक अत्यंत समद्ध भाषा है। इस भाषा की भावाभिव्यक्ति की क्षमता भी अद्भुत है। इस भाषा के व्याकरण का निर्माण 2600 वर्ष पहले हो चुका है। संस्कृत आधुनिक भारतीय भाषाओं की जननी है। आधुनिक भाषा अपने शब्दकोश के लिए भी संस्कृत पर निर्भर है। संस्कृत का काव्य एवं अन्य साहित्य भी उत्तम श्रेणी का है। संस्कृत भाषा के नियम लचीले एवं स्थायी हैं, जिन पर संस्कृत भाषा की जीवंतता निर्भर है।

प्रश्न 27. पंडित जवाहरलाल नेहरू ने रवींद्रनाथ ठाकुर को देशभक्त क्यों कहा है?

उत्तर- रवींद्रनाथ ठाकुर एक सच्चे देशभक्त थे, क्योंकि वे अपने देश से बेहद प्रेम करते थे। उनका मत था कि भारतवर्ष को जानने के लिए उस युग की यात्रा करनी होगी, जब भारत ने अपनी आत्मा को पहचानकर अपनी भौतिक सीमाउ किया था। कहने का भाव है कि भारत में भौतिक पदार्थों की अपेक्षा आध्यात्मिकता पर अधिक बल दिया जाता है।

प्रश्न 28. ‘प्राचीन भारत में जहाज बनाने का उद्योग बहत विकसित था।’ इस कथन को स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- इसमें कोई संदेह नहीं है कि प्राचीन भारत में जहाज़ बनाने का उद्योग अत्यंत विकसित था। उस समय के बनाए जहाज़ों का वर्णन सिलसिलेवार मिलता है। अनेक भारतीय बंदरगाहों का उल्लेख भी मिलता है। दूसरी-तीसरी शताब्दी के उपलब्ध सिक्कों पर सुंदर जहाज़ों के चिह्न अंकित हैं। अजंता की गुफ़ाओं में चित्रित चित्रों में लंका-विजय और हाथियों को ले जाते हुए जहाज़ों के चित्र भी अंकित हैं।

प्रश्न 29. ‘भारत ने दक्षिण-पूर्वी एशिया तक उपनिवेश कायम किए थे’ इस कथन के पक्ष में प्रमाण प्रस्तुत कीजिए।

उत्तर- पुराने ग्रंथों, अरब से आने वाले यात्रियों के सफ़रनामों और चीन से प्राप्त ऐतिहासिक विवरण, पुराने शिलालेख, ताम्र-पत्र, जावा एवं बाली का साहित्य, भारत के महाकाव्यों और पुराकथाओं से पता चलता है कि भारत ने दक्षिण-पूर्व में उपनिवेश कायम किए थे। यूनानी और लातीनी स्रोतों एवं अंगकोर और बोरोबुदुर के प्राचीन खंडहरों से भी भारतीय उपनिवेश की जानकारी प्राप्त होती है।

प्रश्न 30. भारतीय उपनिवेशों का समय कब तक रहा और उपनिवेशों से क्या लाभ हुआ?

उत्तर- भारतीय उपनिवेशों का समय ईसा की प्रथम शताब्दी से पंद्रहवीं शताब्दी तक रहा। उपनिवेश कायम करने से भारत का व्यापार एवं धर्म बाहर के देशों तक पहुँचा। इसके साथ-साथ भारतीय समुद्री जहाज़ों का प्रचलन भी बढ़ा। व्यापार से भारत समृद्ध बनता गया।

प्रश्न 31. जावा पर भारतीय कला का क्या प्रभाव पड़ा?

उत्तर- जावा ने सुप्रसिद्ध भारतीय नृत्यों को अपनाया। इसके साथ ही वहाँ की अंगकोर और बोरोबुदुर की इमारतों की सुंदरता भी भारतीय कला की ही छाप हैं। जावा में बुद्ध की जीवन-कथा को पत्थरों पर अंकित किया गया है। इसमें भी भारतीय कला के दर्शन होते हैं।

प्रश्न 32. अंगकोरवट के विशाल मंदिर की प्रसिद्धि का क्या कारण बताया गया है?

उत्तर- अंगकोरवट का मंदिर भारतीय भवन कला का नमूना है। इस विशाल मंदिर के चारों ओर विशाल खंडहरों का विस्तृत क्षेत्र है। उसमें बनावटी झीलें, पोखरें एवं नहरें हैं। उनके ऊपर पुल बने हुए हैं और एक बहुत बड़ा फाटक है, जिस पर एक वृद्ध आकार का सिर पत्थर में खुदा हुआ है। यह आकर्षक मुस्कुराता हुआ, रहस्यमय एवं देवतुल्य चेहरा है। इस चेहरे की मुस्कान बहुत ही मोहक है।

प्रश्न 33. भारतीय कलाओं को धर्म और दर्शन ने कैसे प्रभावित किया?

उत्तर- भारतीय कला धर्म और दर्शन से सदा ही प्रभावित रही है। कलाओं के माध्यम से ही धार्मिक उपदेश एवं प्रेरणाएँ दी जाती रही हैं। यदि किसी को भारतीय धर्म एवं दर्शन का ज्ञान नहीं है तो वह यहाँ की कलाओं की गहराई तक नहीं पहुंच सकता। भारतीय कला सदैव धार्मिक प्रेरणा का साधन रही है। उसमें एक पारदर्शी दृष्टि होती है। .

प्रश्न 34. भारत का स्वर्णयुग किस काल को कहा जाता है? इस काल की प्रमुख विशेषताएँ क्या थी?

उत्तर- चौथी से छठी शताब्दी ईसवी के गुप्तकाल को भारत के इतिहास का स्वर्णयुग कहा जाता है। इस काल में शासन व्यवस्था सुव्यवस्थित थी। इसके अतिरिक्त विभिन्न कलाओं का विकास हुआ। अजंता की गुफ़ाएँ इसी काल की देन हैं। इनमें विविध भित्ति चित्र बनाए गए। इसी प्रकार संगीत कला में अद्भुत विकास हुआ और व्यापार में भी वृद्धि हुई। यह काल चहुंमुखी विकास के कारण ही स्वर्णयुग कहलाता है।

प्रश्न 35. खगोलशास्त्र किसे कहते हैं? इसका किस क्षेत्र में और कैसे लाभ होता है?

उत्तर- खगोलशास्त्र में ब्रह्मांड के ग्रहों एवं पूरे वातावरण की स्थिति का ज्ञान प्राप्त किया जाता है। भारतीय खगोलशास्त्रियों को इसमें पूर्ण सफलता प्राप्त थी। फलतः ज्योतिष को भी खगोलशास्त्र का ही अंग माना जाता है। इसी के आधार पर पंचांग भी तैयार किया जाता है। खगोलशास्त्र का प्रयोग समुद्री यात्रा करने वाले व्यापारियों के लिए उपयोगी सिद्ध होता है।

प्रश्न 36. एलिफेंटा की गुफ़ाओं का निर्माण कब हुआ था? उनमें किसकी मूर्तियाँ बनाई गई हैं?

उत्तर- एलिफेंटा की गुफ़ाओं का निर्माण सातवीं-आठवीं शताब्दी में हुआ था। यहाँ प्रभावशाली एवं रहस्यमय मूर्तियों का निर्माण किया गया है। इन गुफाओं में नटराज शिव की एक खंडित मूर्ति भी स्थित है, जिसमें शिव नृत्य की मुद्रा में है।

प्रश्न 37. प्राचीन भारत के गणितशास्त्र पर प्रकाश डालिए।

उत्तर- प्राचीन भारत का गणितशास्त्र अत्यंत अद्भुत है। आधुनिक अंकगणित और बीजगणित का जन्म भारत में ही हुआ था। भारत ने ही शून्य अंक के निर्माण के साथ दस भारतीय संख्याएँ बनाईं। आरंभ में वैदिक वेदियों पर आकृतियाँ बनाने के लिए एक प्रकार से ज्यामितिय बीजगणित का प्रयोग किया जाता था। बीजगणित पर सबसे प्राचीन ग्रंथ ‘ज्योतिर्विद’ आर्यभट्ट का है। इसके पश्चात् भास्कर तथा ब्रह्मपुत्र के नाम उल्लेखनीय हैं।

प्रश्न 38. भारतवर्ष के प्राचीन विश्वविद्यालय नालंदा में किन-किन विषयों की शिक्षा दी जाती थी?

उत्तर- प्राचीनकाल में नालंदा भारत का सुप्रसिद्ध विश्वविद्यालय था। यहाँ पर विदेशों से भी विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने आते थे। इस विश्वविद्यालय में धर्म, दर्शन, कला, वास्तुशिल्प, वैद्यक, कृषि आदि विषयों की शिक्षा प्रदान की जाती थी।

प्रश्न 39. प्राचीनकाल में भारत में स्थित प्रमुख विश्वविद्यालयों के नाम लिखिए।

उत्तर- प्राचीन काल में भारत में निम्नलिखित विश्वविद्यालय थे

(क) नालंदा विश्व विद्यालय
(
घ) उज्जयिनी विश्वविद्यालय
(
ख) विक्रमशिला विश्वविद्यालय
(
ङ) अमरावती विश्वविद्यालय
(
ग) वल्लभी विश्वविद्यालय

1. मौर्य वंश साम्राज्य के पतन के पश्चात् किस वंश का शासन कायम हुआ था?

(A) गुप्त वंश का
(B)
शुंग वंश का
(C)
चौहान वंश का
(D)
सिसोदिया वंश का
उत्तर- (B) शुंग वंश का

2. मेनांडर किस देश का रहने वाला था?

(A) इंग्लैंड का
(B)
अरब का
(C)
यूनान का
(D)
गांधार का
उत्तर- (C) यूनान का

3. मेनांडर ने अपनी पराजय के बाद किस धर्म को अपनाया था?

(A) जैन
(B)
हिंदू
(C)
ईसाई
(D)
बौद्ध
उत्तर- (D) बौद्ध

4. हेलिओदो नामक स्तंभ किस नगर में स्थित है?

(A) बेसनगर में
(B)
यमुनानगर में
(C)
दिल्ली में
(D)
कलकत्ता में
उत्तर- (A) बेसनगर में

5. हेलिओदो स्तंभ पर किस भाषा में लेख खुदा हुआ है?

(A) अंग्रेज़ी में
(B)
संस्कृत में
(C)
हिंदी में
(D)
अरबी में
उत्तर- (B) संस्कृत में

6. शासक कनिष्क किन कथाओं का नायक बना था?

(A) बौद्ध कथाओं का
(B) ‘
जैन ग्रंथों का
(C)
रामायण का
(D)
महाभारत का
उत्तर- (A) बौद्ध कथाओं का

7. बौद्ध धर्म के महायान संप्रदाय को किसने विजय दिलाई थी?

(A) महात्मा बुद्ध ने
(B)
नागार्जुन ने
(C)
सम्राट अशोक ने
(D)
हर्षवर्धन ने
उत्तर- (B) नागार्जुन ने

8. नागार्जुन किस शताब्दी में हुए थे?

(A) ईसा की चौथी शताब्दी में
(B)
ईसा की तीसरी शताब्दी में
(C)
ईसा की दूसरी शताब्दी में
(D)
ईसा की प्रथम शताब्दी में
उत्तर- (D) ईसा की प्रथम शताब्दी में

9. लंका में बौद्ध धर्म के किस संप्रदाय को मानते थे?

(A) महायान को
(B)
हीनयान को
(C)
दोनों को
(D)
इनमें से किसी को नहीं
उत्तर- (B) हीनयान को

10. शक जाति के लोग कहाँ बसे थे?

(A) दक्षिण भारत में
(B)
अक्षु नदी की घाटी में
(C)
यमुना नदी के तट पर
(D)
 उत्तर-पश्चिम भारत में
उत्तर- (B) अक्षु नदी की घाटी में

11. भारत में चीनी राजदूत कब आए?

(A) 64 ई० में
(B) 60
ई० में
(C) 70
ई० में
(D) 84
ई० में
उत्तर- (A) 64 ई० में

12. कौन-सा फल चीन से भारत आया?

(A) आम
(B)
जामुन
(C)
आडू
(D)
संतरा
उत्तर- (C) आडू

13. गुप्त साम्राज्य का आरंभ कब हुआ था?

(A) 280 ई० में
(B)- 300
ई० में
(C) 310
ई० में
(D) 320
ई० में
उत्तर- (D) 320 ई० में

14. गोरे हूण कहाँ के निवासी थे?

(A) चीन के
(B)
मध्य एशिया के
(C)
पूर्व भारत के
(D)
श्रीलंका के
उत्तर- (B) मध्य एशिया के

15. हूणों को किस भारतीय राजा ने हराया था?

(A) हर्षवर्धन ने
(B)
समुद्रगुप्त ने
(C)
चंद्रगुप्त ने
(D)
पृथ्वीराज चौहान ने
उत्तर- (A) हर्षवर्धन ने

16. प्राचीनकाल में दक्षिण भारत किसके लिए प्रसिद्ध रहा है?

(A) वीरता के लिए
(B)
दस्तकारी के लिए
(C)
शिक्षा के लिए
(D)
कृषि के लिए
उत्तर- (B) दस्तकारी के लिए

17. भारतीय सभ्यता का मूल आधार क्या है?

(A) विशालता
(B)
अस्थिरता
(C)
स्थिरता
(D)
लघुता
उत्तर- (C) स्थिरता

18. भारतीय संस्कृति की प्रमुख विशेषता है

(A) समन्वय की भावना
(B)
कठोरता
(C)
स्थिरता
(D)
संकीर्णता
उत्तर- (A) समन्वय की भावना

19. प्राचीनकाल में ग्रामीणों का प्रमुख व्यवसाय क्या था?

(A) दस्तकारी
(B)
व्यापार
(C)
नौकरी
(D)
कृषि
उत्तर- (D) कृषि

20. भारतीय रंगमंच का सबसे प्राचीन रूप किस ग्रंथ में मिलता है?

(A) ऋग्वेद में
(B)
उपनिषद् में
(C)
महाभारत में
(D)
पुराकथाओं में
उत्तर- (A) ऋग्वेद में

21. किस शताब्दी के भारतीय नाटक प्रसिद्ध हो चुके थे?

(A) पहली
(B)
दूसरी
(C)
तीसरी
(D)
चौथी
उत्तर- (C) तीसरी

22. सर्वप्रथम किस नाटककार का नाम इतिहास में मिलता है?

(A) कालिदास का
(B)
अश्वघोष का
(C)
भर्तृहरि का
(D)
भास का
उत्तर- (D) भास का

23. ‘बुद्धचरित’ किसके द्वारा रचित रचना है?

(A) अश्वघोष द्वारा
(B)
कालिदास द्वारा
(C)
हर्षवर्धन द्वारा
(D)
भास द्वारा
उत्तर- (A) अश्वघोष द्वारा

24. कालिदास किस राजा के नौ रत्नों में से एक थे?

(A) अकबर के
(B)
विक्रमादित्य के
(C)
हर्षवर्धन के
(D)
समुद्रगुप्त के
उत्तर- (B) विक्रमादित्य के

25. ‘मुद्राराक्षस’ नाटक के लेखक कौन हैं?

(A) अश्वघोष
(B)
शूद्रक
(C)
विशाखदत्त .
(D)
भास
उत्तर- (C) विशाखदत्त

26. शूदक की प्रमुख रचना का क्या नाम है?

(A) मेघदूत
(B)
बुद्धचरित
(C)
शकुंतला
(D)
मृच्छकटिकम्
उत्तर- (D) मृच्छकटिकम्

27. प्राचीन नाटक किस भाषा में लिखित हैं?

(A) हिंदी में
(B)
बृजभाषा में
(C)
संस्कृत में
प्राकृत में
उत्तर- (C) संस्कृत में

28. संस्कृत के प्रसिद्ध व्याकरण लेखक का नाम क्या है?

(A) कालिदास
(B)
जगन्नाथ
(C)
अश्वघोष
(D)
पाणिनी
उत्तर- (D) पाणिनी

29. आधुनिक भारतीय भाषाओं की जननी किस भाषा को कहा गया है?

(A) प्राकृत को
(B)
पालि को
(C)
संस्कृत को
(D)
हिंदी को
उत्तर- (C) संस्कृत को

30. विदेशों में उपनिवेश स्थापित करने के कारण भारत को कौन-सा नाम दिया गया था?

(A) वृहत्तर भारत
(B)
विशाल भारत
(C)
आर्यावर्त्त
(D)
भारतवर्ष
उत्तर- (A) वृहत्तर भारत

31. भारतीय उपनिवेशों का समय कब तक रहा?

(A) आठ सौ वर्षों तक
(B)
नौ सौ वर्षों तक
(C)
एक हज़ार वर्षों तक
(D)
तेरह सौ वर्षों तक
उत्तर- (D) तेरह सौ वर्षों तक

32. निम्नलिखित में से किस देश पर भारत की संस्कृति की छाप है?

(A) इंग्लैंड पर
(B)
इंडोनेशिया पर
(C)
पाकिस्तान पर
(D)
मलेशिया पर
उत्तर- (B) इंडोनेशिया पर

33. जावा ने भारत की किस प्रमुख कला को अपनाया है?

(A) संगीत कला को
(B)
वास्तुकला को
(C)
नृत्य कला को
(D)
लेखन कला को
उत्तर- (C) नृत्य कला को

34. चीन एवं जापान की विशेषता उनकी किस कला में है?

(A) वास्तु कला में
(B)
मूर्ति कला में
(C)
नृत्य कला में
(D)
चित्र कला में
उत्तर- (D) चित्र कला में

35. भारत की विशेषता उसकी किस कला में है?

(A) नृत्य कला में
(B)
चित्रकला में
(C)
स्थापत्य एवं मूर्ति कला में
(D)
संगीत कला में
उत्तर- (C) स्थापत्य एवं मूर्ति कला में

36. अजंता की गुफाओं का निर्माण किस काल में हुआ था?

(A) गुप्तकाल में
(B)
मौर्यकाल में
(C)
हूण काल में
(D)
मुगलकाल में
उत्तर- (A) गुप्तकाल में

37. अजंता के भित्ति चित्रों को किसने बनाया था?

(A) कारीगरों ने
(B)
चित्रकारों ने
(C)
बौद्ध भिक्षुओं ने
(D)
महात्मा बुद्ध ने
उत्तर- (C) बौद्ध भिक्षुओं ने

38. एलोरा की विशाल गुफाएँ किस शताब्दी में बनी थीं?

(A) दूसरी-तीसरी
(B)
तीसरी-चौथी
(C)
चौथी-पाँचवीं
(D)
सातवीं-आठवीं
उत्तर- (D) सातवीं-आठवीं

39. एलिफेंटा की गुफाओं में किसकी मूर्ति है?

(A) नटराज शिव की
(B)
विष्णु की
(C)
ब्रह्मा जी की
(D)
गणेश की
उत्तर- (A) नटराज शिव की

40. कुतुबमीनार किस नगर में स्थित है?

(A) कलकत्ता में
(B)
दिल्ली में
(C)
लखनऊ में
(D)
आगरा में
उत्तर- (B) दिल्ली में

41. खगोलशास्त्र किनके लिए लाभदायक था?

(A) किसानों के लिए
(B)
कारीगरों के लिए
(C)
समुद्री यात्रियों के लिए
(D)
चरवाहों के लिए
उत्तर- (C) समुद्री यात्रियों के लिए

42. गणित के क्षेत्र में भारत की क्या देन है?

(A) दशमलव एवं शून्य का अंक
(B)
पाँच का अंक
(C)
हज़ार तक की गिनती
(D)
नाप-तोल के नियम
उत्तर- (A) दशमलव एवं शून्य का अंक

43. भारत के प्रथम प्रमुख गणितज्ञ का क्या नाम है?

(A) ब्रह्मपुत्र
(B)
आर्यभट्ट
(C)
भास्कर
(D)
विशाखदत्त
उत्तर- (B) आर्यभट्ट

44. आर्यभट्ट का जन्म कब हुआ था?

(A) 405 ई० में
(B) 410
ई० में
(C) 417
ई० में .
(D) 427
ई० में
उत्तर- (D) 427 ई० में

45. अंकगणित के प्रसिद्ध ग्रंथ ‘लीलावती’ के लेखक कौन हैं?

(A) भास्कर द्वितीय
(B)
भास्कर
(C)
आर्यभट्ट
(D)
ब्रह्मपुत्र
उत्तर- (A) भास्कर द्वितीय

46. भारत के पतन की ओर बढ़ने का प्रमुख कारण क्या था?

(A) गरीबी
(B)
विदेशी आक्रमण
(C)
बीमारी
(D)
प्राकृतिक आपदा
उत्तर- (B) विदेशी आक्रमण
4 – युगों का दौर 4 – युगों का दौर Reviewed by Menaria Jamna Shankar on जनवरी 20, 2022 Rating: 5
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